पढ़ाई बीच में छोड़ने व कभी न स्कूल जाने वाले बच्चों का सरकार इस तरह से लेगी हिसाब



अमित जायसवाल की खास खबर जखनियां, गाजीपुर। जनपद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में येन, केन प्रकारेण पढ़ाई के बीच स्कूल छोड़ देने वाले अथवा कभी स्कूल न जाने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसके लिए राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व राज्य शिक्षा परियोजना के निर्देश पर राज्य स्तर पर मास्टर ट्रेनर तैयार किये जा रहे हैं।



मास्टर ट्रेनरों के विशेष प्रशिक्षण के लिए जखनियां शिक्षा क्षेत्र के प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर हरिओम प्रताप यादव व अवनीश कुमार यादव तथा शिक्षा क्षेत्र मरदह से प्रभांश कुमार का चयन किया गया है। इस बाबत जानकारी देते हुए मास्टर ट्रेनर हरिओम यादव ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य निःशुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत बिना भेदभाव के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करना है। बताया कि एक भी बच्चा प्राथमिक शिक्षा से वंचित न रह जाए इसके लिए ये पूरी व्यवस्था की जा रही है। कहा कि शिक्षा हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। बताया कि बाल गणना के दौरान ऐसे स्कूल न जाने वाले अथवा बीच में ही स्कूल छोड़ देने वाले बच्चों को चिन्हांकित किया गया है। ऐसे बच्चों को न्यूनतम तीन माह व अधिकतम छह माह में विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें आयुसंगत कक्षा में प्रवेश दिलाकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। बहरहाल सरकार के इस कदम की खूब तारीफ हो रही है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि ये योजना सफल होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।



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