ये क्या! कोटेदारों के इस संघ में ये कैसा तख्तापलट?? दो फाड़ हो गया जिला संघ



गाजीपुर। फेयर प्राइस शाप डीलर एसोसिएशन के तत्वावधान में चल रहे हड़ताल को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी व एसोसिएशन के प्रदेश नेतृत्व ने भले ही खत्म हो जाने की बात कही हो लेकिन गाजीपुर जनपद में इस धरने को कुछ लोग राजनैतिक रूप देने के उद्देश्य से खत्म नहीं करना चाह रहे हैं। इसी चक्कर में गुरूवार को एसोसिएशन के महामंत्री ने वर्तमान जिलाध्यक्ष को बिना किसी वैध कोरम को पूरा किए अवैध तरीके से जिलाध्यक्ष का तख्तापलट कर खुद जिलाध्यक्ष बन गए हैं। जिसके चलते पूरे जनपद में संगठन में दो फाड़ हो गया है।



बुधवार को जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष से वार्ता कर उनकी 6 सूत्रीय मांगों में से 3 मांगों पर विचार करने के लिए 3 माह का समय मांगा था। इस पर प्रदेश अध्यक्ष राजेश तिवारी के निर्देश पर जिलाध्यक्ष नरेंद्र पाल ने जिला पूर्ति अधिकारी को समय देते हुए धरने को खत्म करने की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के बाद सैदपुर स्थित तीन लोगों ने खाद्यान्न का उठान भी बुधवार को कर लिया था वहीं खुद जिला पूर्ति अधिकारी ने भी एसोसिएशन द्वारा धरने के खत्म होने की पुष्टि करते हुए सभी कोटेदारों को खाद्यान्न उठान के लिए पत्र भी जारी कर दिया था। लेकिन जिलाध्यक्ष के इस घोषणा पर सैदपुर समेत करंडा, देवकली, बिरनो, सदर, भदौरा, रेवतीपुर व जमानियां ब्लाक के अलावा अन्य ब्लाक के कोटेदार सहमत नहीं हुए और विद्रोह कर दिया जिससे संगठन में दो फाड़ हो गया। इसका लाभ उठाया महामंत्री रामप्रवेश सिंह ने और उन्होंने बाकी के ब्लाक पदाधिकारियों की सहमति लेकर खुद को जिलाध्यक्ष भी घोषित कर दिया। इस पर जिलाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि बिना प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कमेटी भंग किए कोई नया जिलाध्यक्ष नहीं बन सकता। इसके अलावा जिलाध्यक्ष या तो खुद इस्तीफा दे अथवा वो खुद किसी को मनोनीत करे तभी कोई नया जिलाध्यक्ष बन सकता है। लेकिन वर्तमान प्रक्रिया में किसी भी एक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। कहा कि वर्तमान में भी मैं ही जिलाध्यक्ष हूं। बताया कि जब प्रदेश अध्यक्ष ने खुद ही सरकार को समय देते हुए धरने को समाप्त कर दिया था तो फिर बाकी के ब्लाक में धरने को जारी रखने का कोई मतलब नहीं। जिलाध्यक्ष का तख्ता पलटने की कोशिश के सवाल पर कहा कि वो धरने के आधार पर सरकार से राजनीति करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। कहा कि धरना खत्म हो गया है और 3 माह बाद भी अगर सरकार ने हमारी मांगों पर विचार नहीं किया तो फिर से धरना प्रदर्शन होगा। वहीं सैदपुर आदि के ब्लाक अध्यक्षों ने भी रामप्रवेश सिंह को अपना जिलाध्यक्ष मानने से इंकार करते हुए खाद्यान्न उठाने की बात कही है।



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