मधु क्रांति को रफ्तार दे रहा मधुमक्खी पालन, राज्यमंत्री ने युवाओं से की बी फॉर्मिंग की अपील





खानपुर। आज भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने संवारने में मधुमक्खियां भी अहम रोल अदा कर रही है। आज युवा किसान खेती किसानी के साथ मधुमक्खी पालन करके शहद और इसके उत्पादों का कारोबार कर रहे हैं। मधु क्रांति एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शहद और अन्य संबद्ध उत्पादों के उत्पादन में वृद्धि लाने के लिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है। उद्यमिता विभाग से अनुदानित सिधौना स्थित श्रवण कुमार मिश्र के मधुमक्खी उत्पादन केंद्र का दौरा कर आयुष राज्यमंत्री ने युवाओं को नौकरी के बजाय मधुमक्खियों की खेती कर क्षेत्र में नवाचार को प्रेरित कर रहे थे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय प्रशासन मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्रा ने कहा कि मधुमक्खी पालन कृषि का एक उभरता हुआ क्षेत्र है। कम निवेश में ग्रामीण, शहरी और उद्यमी समुदायों के लिए यह आजीविका का महत्वपूर्ण स्रोत बनता जा रहा है। कृषि सेवाओं से जुड़ा यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था और स्थानीय एवं कृषक समुदायों के रोजगार को बढ़ावा दे सकता है। मधुमक्खी पालकों के लिये बड़े मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है। हजारों शहद उत्पादक और मधुमक्खी पालक किसान मधुक्रांति पोर्टल से जुड़कर अपने उत्पादों का ऑनलाइन बिजनेस कर रहे हैं। मधुक्रांति पोर्टल को राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, कृषि मंत्रालय और राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन के संयुक्त सहयोग से विकसित और लॉन्च किया गया है। इस पोर्टल पर शहद के किसान, मधुमक्खी पालक, किसान, किसान उत्पादक संगठन, शहद कारोबारी, शहद प्रसंस्करण यूनिट या शहद कंपनियों को भी जोड़ा गया है, ये सभी हितधारक मिलकर शहद और उससे बने उत्पादों की ऑनलाइन खरीद बिक्री करते हैं।



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