सादात नगर पंचायत में 9 माह से ‘उधार’ के फीडर पर हो रही बिजली आपूर्ति, रेलवे का नाम सुनकर भाग रहे लोग





सादात। स्थानीय सादात नगर पंचायत में बीते 9 माह से बंद पड़े विद्युत उपकेंद्र को अब तक चालू नहीं किया जा सका है। जिसके चलते नगरवासियों का जीवन उधार की बिजली पर टिक गया है। हुआ ये कि नगर पंचायत में लगाए गए उपकेंद्र तक बिजली पहुंचाने व उससे नगर तक आपूर्ति करने के लिए अंडरग्राउंड केबिल डाली गई है। उक्त केबिल 9 माह पूर्व जल गया। जिससे आपूर्ति ठप हो गई। इसके बाद से ही नगर की आपूर्ति को मंजुई फीडर से जोड़ दिया गया। उक्त फीडर पर पूर्व से ही काफी ज्यादा लोड है। ऐसे में नगर का लोड बढ़ जाने से समस्या और ज्यादा बढ़ गई। स्थानीय नगरवासियों का कहना है कि अगर कहीं कोई भी दिक्कत आती है तो काफी ज्यादा कटौती हो जाती है। इधर लोगों ने केबिल के लिए एसडीओ व जेई से काफी मांग की और आखिरकार केबिल मंगवाया गया। लेकिन केबिल आए 2 से 3 दिन हो गए लेकिन अब तक उसे लगाया नहीं जा सका। इस बाबत विद्युत वितरण खंड तृतीय के अधिशासी अभियंता आशीष चौहान ने बताया कि केबिल डालने के लिए टेंडर हो गया है लेकिन तकनीकी समस्या के चलते काम पूरा नहीं हो पा रहा है। बताया कि जो केबिल डालनी है, वो रेलवे की जमीन से होकर गुजरती है। ऐसे में खुदाई करने वाले कई मशीन वालों से बात की गई लेकिन रेलवे का मामला होने से सभी ने मना कर दिया। वहीं एक मशीन वाले ने तो बुधवार को सर्वे भी किया और उसने भी ये कहकर मना कर दिया कि रेलवे की जमीन पर काम करने पर वो पकड़ ले जाएंगे। जबकि एक्सईएन ने बताया कि रेलवे की जमीन पर सिर्फ नया काम करने के लिए परमीशन की जरूरत होती है। किसी भी तरह का मेंटेनेंस कार्य करने के लिए सिर्फ रेलवे को सूचना देनी होती है। कहा कि नए मशीन वालों से बात चल रही है, जल्द ही काम हो जाएगा।



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