नंदगंज: जिस देश ने हमें 200 साल तक गुलाम बनाया, उसी देश को अर्थव्यवस्था में हमने पछाड़ा - मनोज सिन्हा





नंदगंज। जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और विभिन्न विषयों पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित किया। बुधवार को उन्होंने रेनबो माडर्न स्कूल में रेनबो फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘बदलते भारत के समग्र विकास में हम और हमारी भूमिका’ विषयक संगोष्ठी को संबोधित किया। कहा कि पूर्व के काल खंडों में दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत का 35 प्रतिशत योगदान था। भारत सोने की चिड़िया कहलाता था तो उसके पीछे का कारण यह है कि पूरा भारत देश सोने का नहीं बना था, बल्कि भारत के शिक्षण संस्थान विश्व के सबसे अच्छे शिक्षण संस्थान थे। हमारी चिकित्सा व्यवस्था सबसे मजबूत थी, जो कारीगर हमारे सामान बनाते थे, उसकी मांग बहुत ज्यादा थी। जिसके बदले हम विदेशों से सोना लूटकर नहीं बल्कि अपने खास सामानों के बदले अपने देश में ले आते थे। कहा कि पिछले 10 वर्षाें का काल खंड भारत के पुरूषार्थ को जागने का काल खण्ड है। उन्होंने कहा कि दुनिया की अर्थव्यवस्था में आज भारत 15 प्रतिशत का योगदान कर रहा है। ये उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि जिस देश ने कभी हमें गुलाम बनाया था, हमें ये उपलब्धि उसी देश की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़कर मिली है। कहा कि लेकिन इस पर भी हमें संतोष नहीं है। फिर से हम 35 प्रतिशत का योगदान दुनिया को दे सकें, ऐसे भारत का निर्माण हमें करना है। कहा कि देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाल कर मध्यम श्रेणी के जीवन का मार्ग प्रशस्त करना, यह बदलते भारत का सबसे बड़ा उदाहरण है। कहा कि देश की रक्षा के लिए एक हाथ में तलवार और एक हाथ में विज्ञान रखना जरूरी होता है और आज का भारत इन दोनों के साथ आगे बढ़ रहा है। कहा कि हमारी नैतिक प्रगति की रफ्तार बढ़ी है, नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इस मौके पर डॉ संतोष यादव, गजाधर शर्मा गंगेश, पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह, अंकित जायसवाल, राजकिशोर जायसवाल, अरुण जायसवाल आदि रहे। अध्यक्षता राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत व संचालन विनीत शर्मा ने किया। इसके पूर्व मनोज सिन्हा मरदह के हरिहरी स्थित शम्भू नाथ महाविद्यालय हरिहरि में महाविद्यालय प्रबंधक आशुतोष चौबे तथा पलहीपुर निवासी राजेश चौहान के यहां श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे। वहां से जंगीपुर के गोविन्द नगर पहुंचे। जहां शहीद मनीष कुशवाहा व तथा वरिष्ठ व्यवसायी राजेन्द्र जायसवाल की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा परिजनों को सांत्वना दी। इस मौके पर डॉ केदारनाथ सिंह, सुनील सिंह, राकेश त्रिवेदी, विनय राय, कृष्ण बिहारी राय, दयाशंकर पांडेय, अवधेश राजभर, प्रवीण सिंह, शशिकांत विश्वकर्मा, सच्चिदानंद सिंह, बालकरन यादव, भानु प्रताप जायसवाल, किरन सिंह, साधना राय, डा रजनीश सिंह, सुरेश बिंद आदि रहे।



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