अच्छी पहल : शिक्षामित्र बेटे की तेरहवीं में मृत्युभोज न करके उसके स्कूल में बच्चों के लिए संसाधन दान करेंगे पिता





खानपुर। क्षेत्र के कन्हईपुर निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन यादव अपने कर्म और विचार से एक अलग तरीके की सामाजिक क्रांति की लौ जला रहे हैं। निरंजन यादव अपने पुत्र सुभाष चंद्र की मौत के बाद तेरहवीं कार्यक्रम पर किये जाने वाले मृत्यु भोज के खर्चे को स्थानीय परिषदीय विद्यालय में दान कर देंगे। कन्हईपुर परिषदीय विद्यालय में शिक्षमित्र के रूप में कार्यरत सुभाषचंद्र की 30 जनवरी को हृदयगति रुकने से मौत हो गई थी। सुभाष के छोटे भाई और सैदपुर स्थित परिषदीय विद्यालय द्वितीय में अध्यापक चंद्रशेखर सिंह यादव बताते है कि बड़े भाई हमेशा विद्यालय और विद्यार्थियों के विषय में कुछ बेहतर करने की सोचते थे। इसलिए विचार आया कि उनके विचारों को धरती पर उतारने के लिए मृत्यु भोज जैसे कार्यक्रम पर होने वाले खर्च को विद्यालय की बेहतरी में लगाया जाये। मृत्युभोज पर खर्च होने वाले धन से विद्यालय में करीब 50 डेस्क बेंच और एक बड़े एलईडी स्मार्ट टीवी सहित एक स्मार्ट कक्ष का निर्माण व सुंदरीकरण कराया जाएगा। 11 फरवरी को विद्यालय परिसर में सुभाष के लिए शोकसभा होगी। जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों और विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवनीश यादव को यह सभी फर्नीचर एवं उपकरण सौंप दिया जाएगा। प्रधानाध्यापक अवनीश यादव ने कहा कि इस प्रकार के सहयोगात्मक कार्य से सहकर्मी रहे दिवंगत सुभाषचंद्र का यह अमूल्य योगदान इस विद्यालय में बच्चों को सदैव शिक्षित करने के साथ ही समाज को एक सार्थक पहल के लिए भी प्रेरित करता रहेगा।



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