सैदपुर में खामियों के ढेर पर चल रहे कुछ निजी अस्पताल, डिप्टी सीएमओ की जांच में सामने आयी खतरनाक तस्वीरें





सैदपुर। जिले के निजी अस्पतालों को मानक के अनुरूप रखने के नोडल व डिप्टी सीएमओ डॉ मुंशीलाल व लिपिक दीपक श्रीवास्तव की टीम ने सैदपुर के निजी अस्पतालों पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सबसे पहले वो भितरी मोड़ से आगे स्थित न्यू बीएस हॉस्पिटल में पहुंचे। पूरा अस्पताल खामियों के भंडार पर टिका था। अस्पताल में 4 मरीज भर्ती थे लेकिन अस्पताल में कई दिन से चिकित्सक आये ही नहीं थे। मौके पर स्टाफ नर्स तक न मिली। हालांकि कुछ देर बाद दौड़ती हांफती नर्स आयी और कहा कि वो अपने घर गयी थी। एक सप्ताह से छुट्टी पर थी। बीच-बीच मे कभी कभार आती थी। डॉक्टर के बाबत पूछने पर वहां मौजूद फार्मासिस्ट विजेंद्र कुमार ने कहा कि डॉक्टर को डेंगू हो गया है, इसलिए वो नहीं आ रहे हैं। अस्पताल के पंजीकरण कागज सहित अन्य दस्तावेज मांगने पर कहा कि वो ऑपरेशन थियेटर में हैं और उसे बंद करके प्रबंधक चाबी अपने साथ लेकर चले गए हैं। अस्पताल में हर तरफ गन्दगी थी, साथ ही अंडर ग्राउंड होने के कारण अस्पताल जैसा खुला वातावरण न होकर काफी घुटन भरा माहौल था। बाद में पहुंची स्टाफ नर्स से व फार्मासिस्ट से उन्होंने उनकी डिग्रियां मांगी तो दिखाने में हिचकिचाएं। अस्पताल का कोई दस्तावेज मौके पर नहीं मिला। स्टाफ नर्स ने उन्होंने उसके पद का पूरा नाम पूछा तो भी वो न बता पाई। साथ ही उससे पूछा कि मरीजों के लिए बनाया जाने वाला बीएचटी कहाँ है तो वो समझ ही न सकी। फिर बीएचटी यानी बेड हेड टिकट के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वो नहीं जानती कि ये क्या होता है। फिर उसने बताया कि अभी एक महीना पूर्व ही वो यहां पोस्टिंग हुई है। डिप्टी सीएमओ ने ऑपरेशन थियेटर खुलवाने को कई बार कहा लेकिन अस्पताल में मौजूद एकमात्र कर्मी विजेंद्र ने उसे नहीं खोला। वहां से अपनी रिपोर्ट लिखकर डिप्टी सीएमओ बगल में मौजूद यश हॉस्पिटल पर पहुंचे। वहां गन्दगी आदि के लिए फटकार लगाई। मरीजों से आवश्यक जानकारी ली, ऑपरेशन थियेटर में पहुंचे तो वो अव्यवस्थित और गन्दगी से भरा पड़ा था। वहां भी मरीज भरे हुए थे। टीकाकरण किये जाने के बाबत पूछा तो प्रबन्धक ने कहा कि होता है, वहीं स्टाफ नर्स ने कहा कि यहां नहीं होता है। एक सप्ताह में कितने प्रसव हुए, इस सवाल पर प्रबन्धक ने बचकाना जवाब देते हुए कहा कि अभी सीजन नहीं है। इसके बाद डिप्टी सीएमओ ने कागजों आदि के जांच किये और सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बार से खामियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।



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