ताइक्वांडो : नेशनल चैम्पियन ऋषिता के नाम एक और उपलब्धि, कोरियन कोच से प्रशिक्षण लेकर करेंगी गाजीपुर को रोशन





सैदपुर। जिले का नाम एक बार पुनः ताइक्वांडो खेल में सुर्खियां बटोर रहा है। ये संभव हुआ है सैदपुर की ताइक्वांडो खिलाड़ी ऋषिता राय के चलते जिसका चयन ताइक्वांडो के एक विशेष शिविर के लिए हुआ है। ताइक्वांडो में जिले की उभरती हुई खिलाड़ी ऋषिता राय ने बीते 31 जनवरी से 2 फरवरी तक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित “प्रथम केसीसी कप ताइक्वांडो चैम्पियनशिप 2019“ के फाइनल बाउट में उड़ीसा को हरा कर स्वर्ण पदक जीता था साथ ही बालिकाओं के 51 किग्रा भार वर्ग में अपना नाम केसीसी (कोरियन कल्चर सेंटर) की टीम में शामिल करा लिया। अब उसी केसीसी टीम के लिए नैनीताल (उत्तराखण्ड) के दुर्गापुर में विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिसमें कोरियन कोच “ली वांग यंग“ शिविर के लिए चयनित खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण देंगे। 14 वर्षीय ऋषिता औड़िहार के गैबीपुर गांव स्थित ‘‘गौतम स्पोर्ट्स अकादमी’’ की प्रशिक्षु है और दिन में 2 सेशन के 6 घण्टों तक ताइक्वांडो की ट्रेनिंग लेती है। ऋषिता के कोच अमित कुमार सिंह ने बताया कि ऋषिता ने दिल्ली में स्वर्ण पदक जीतने के तुरंत बाद चेन्नई में 5 से 8 मार्च को ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इण्डिया द्वारा आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय कैडेट ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में 51 किग्रा भार वर्ग में बालिकाओं का स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्रीय चैम्पियन का भी खिताब हासिल किया और गाजीपुर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया। अब नैनीताल कैम्प में कोरियन कोच से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद मई में आयोजित “ऑल इंडिया साई नेशनल चैम्पियनशिप“ में उसका प्रदर्शन दुनिया देखेगी। वहीं पिपनार निवासी पेशे से किसान ऋषिता के पिता अरविंद राय ने बताया कि ऋषिता को ताइक्वांडो का शौक उसके बड़े भाई ऋषि को देखकर लगा। उसके बाद करीब 2 वर्षों पूर्व उसकी इच्छा का सम्मान करते हुए मैंने उसे कोच अमित कुमार सिंह के संरक्षण में प्रशिक्षण दिलाना शुरू कर दिया। आज उसका नतीजा पूरे देश के सामने है। अब तक ऋषिता ने राज्य स्तर पर कई मेडल जीतने के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर दो स्वर्ण व एक रजत जीत चुकी है। कहा कि अब उसे इस विशेष शिविर के चुना जाना हमारे लिए बेहद गर्व की बात है। मुझे अपनी बेटी पर पर गर्व है और इसका पूरा श्रेय कोच अमित सिंह को जाता है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को आने जाने में समस्या न हो इसके लिए वो सैदपुर में ही एक मकान किराए पर लेकर वहीं रहते हैं। वहीं ऋषिता का बड़ा भाई ऋषि राय भी ताइक्वांडो का राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है। ऋषि ने भी कोच अमित कुमार सिंह के संरक्षण में वर्ष 2016 में ताइक्वांडो का प्रशिक्षण शुरू किया और लगातार 3 वर्ष तक राज्य चैम्पियन बना। इसके बाद 2017 में भुवनेश्वर में तृतीय कैडेट नेशनल प्रतियोगिता में रजत और 2018 पंजाब व जयपुर में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक हासिल कर अपने जनपद को पुनः राष्ट्रीय पहचान दिलाई। ऋषि के बेहतरीन खेल तकनीक व प्रतिभा को देखते हुए उसे अक्टूबर 2018 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी साई ने उसका चयन एसटीसी लखनऊ के खेल छात्रावास में कर लिया है। दोनों भाई बहनों की इस उपलब्धि के बाद अब पूरा जनपद उन पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< शार्ट सर्किट से लगी एसबीआई शाखा में लगी आग, शाखा प्रबंधक ने खुद बुझाई आग
तिथि की हानि से 8 दिनों का होगा ये बासंतिक नवरात्र, देवी मंदिरों में तैयारियां पूरी >>