फिर चर्चा में आया करंडा ब्लॉक का शिक्षा विभाग, ग्राम प्रधान ने खंड शिक्षा अधिकारी व प्रधानाध्यापक पर लगाया गंभीर आरोप





करंडा। करंडा ब्लाक के कुछेक प्राथमिक विद्यालयों में इस समय सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कहीं शिक्षक स्कूल नहीं आते तो कहीं विद्यालय आने पर अनुपस्थित दिनों के भी हस्ताक्षर उपस्थिति पंजिका पर करके वापिस चले जाते हैं। कहीं पर किसी स्कूल के बच्चे लकड़ियां ढोते नजर आते हैं। एक बार फिर से करंडा क्षेत्र के ही एक स्कूल का मामला सामने आया है। क्षेत्र के इटरहां लीलापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापक सहित खंड शिक्षा अधिकारी पर ग्राम प्रधान मनोज यादव ने बड़ा आरोप लगाया है। बीईओ राघवेन्द्र सिंह व प्रधानाध्यापक माया कुमारी पर आरोप लगाते हुए प्रधान ने कहा कि स्कूल में तैनात रसोईया जानकी देवी की मौत अगस्त 2022 में हो गई थी। जिसके कुछ ही दिन बाद प्रधानाध्यापक और बीईओ ने मिलीभगत से बिना प्रधान के हस्ताक्षर के दो रसोईयों की फर्जी ढंग से स्कूल में नियुक्ति कर दी। कहा कि जब प्रधानाध्यापक से कार्यवाही रजिस्टर मांगा जाता है तो उनके द्वारा जवाब दिया जाता है कि रजिस्टर देने से एसडीआई साहब ने मना किया है। प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा कि सबसे बड़ी हैरानी व घपले की बात तो ये है कि जिन रसोईयों की नियुक्ति की गई है, उनके बच्चे तक स्कूल में नहीं पढ़ते हैं। जबकि नियम के अनुसार, सिर्फ उन रसोईयों को ही नियुक्त किया जा सकता है, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हों। कहा कि मानक के विपरीत फर्जी बच्चों को दिखाकर दो रसोईयों का चयन किया गया है। वहीं जब उन दोनों रसोईयों सविता व निशा की नियुक्ति की तारीख प्रधानाध्यापक माया देवी से पूछी गई तो वो तारीख तक नहीं बता पाईं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर विभाग ने मांगा या आदेश दिया तो सारे दस्तावेज प्रस्तुत कर दूंगी। मेरे पास सभी प्रकार के दस्तावेज मौजूद हैं। बहरहाल, आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। स्थानीय लोगों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।



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