स्कूल के हेडमास्टर को जरूरी किताब के बारे में भी नहीं थी जानकारी, बीएसए ने किया निलंबित, कईयों का वेतन रोका





सादात। शासन के निर्देश पर जिले में हो रही नैट की परीक्षा का निरीक्षण करने के लिए बीएसए हेमंत राव ने जिले के कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सादात के एक स्कूल में स्थिति मानक के अनुरूप न होने के चलते उन्होंने हेडमास्टर को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया। बीएसए कई स्कूलों का निरीक्षण करते हुए डोरिया स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान केंद्र पर 50 फीसदी से भी कम 40 पंजीकृत छात्रों में मौके पर सिर्फ 19 बच्चे मौजूद थे। प्रधानाध्याक शिवप्रसाद यादव ने बताया कि स्कूल को कंपोजिट ग्रांट नहीं मिली है। इसके अलावा स्कूल में मिड डे मील योजना के तहत मेन्यू के अनुसार दूध व फल नहीं वितरित किया जा रहा था और न ही एमडीएम के लिए कोई पंजिका मौजूद मिली। सिर्फ सादे कागजों पर ही कामकाज किए जा रहे थे। स्कूल के गेट पर ‘हमारा विद्यालय-हमारे शिक्षक’ कार्यक्रम से संबंधित कोई बोर्ड या सूचना नहीं थी। बीएसए ने जब प्रधानाध्यापक से संदर्शिका के बाबत पूछा तो उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं थी। जबकि बीते दिनों कई माह तक शासन ने कार्यशाला आयोजित कराकर संदर्शिका के उपयोग आदि के बाबत प्रशिक्षण दिलाया था। इससे ये स्पष्ट हुआ कि हेडमास्टर समेत बहुत से शिक्षकों ने कार्यशाला में प्रशिक्षण ही नहीं लिया था। इसके अलावा विभाग की अन्य कई योजनाओं के बाबत हेडमास्टर को जानकारी नहीं थी। जिसके बाद बीएसए ने कार्रवाई करते हुए हेडमास्टर शिवप्रसाद यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और सहायक अध्यापक रविकांत यादव का वेतन कर्मियों के पूर्ण होने तक रोक दिया। इसके अलावा बीएसए मुबारकपुर हरथरा के कंपोजिट स्कूल पर पहुंचे। वहां छात्र समुचित उपस्थित थे। सफाई व्यवस्था भी ठीक मिली। लेकिन स्कूल में संदर्शिका का उपयोग नहीं हो रहा था। प्रधानाध्यापक मुहम्मद अशफाक से जब उन्होंने संदर्शिका के बाबत पूछा तो उन्हें भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी। यानी उन्होंने भी प्रशिक्षण नहीं लिया था। स्कूल में किताबों का वितरण नहीं हुआ था। इसके अलावा शिक्षामित्र संगीता चौहान मौके से गायब थीं। जिसके बाद उन्होंने हेडमास्टर मुहम्मद अशफाक का वेतन अगले आदेश तक बाधित कर दिया और खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि शिक्षामित्र के गायब होने के बाबत स्पष्टीकरण लें। डढ़वल प्राथमिक विद्यालय में भी निरीक्षण के दौरान शिक्षामित्र नीतू सिंह गायब मिलीं। जिसके बाद उन्होंने उनका मानदेय रोकते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को स्पष्टीकरण लेने का निर्देश दिया कि क्यों न शिक्षामित्र की सेवाएं समाप्त कर दी जाएं। इसके अलावा बीएसए ने डढ़वल के उप्रावि, प्यारेपुर प्रावि, टांडा प्रावि, मनिहारी के सराय सदकर प्रावि आदि स्कूलों में जांच की। जहां व्यवस्था संतोषजनक मिली।



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