कोविड नियंत्रण व टीकाकरण को चलेगा विशेष अभियान, 24 से 29 जनवरी तक नौ गतिविधियों पर रहेगा जोर





गोरखपुर। जिले में 24 से 29 जनवरी तक कोविड-19 से बचाव के लिए घर-घर संवेदीकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें नौ गतिविधियों पर जोर रहेगा। इस संबंध में जिलाधिकारी विजय किरण आनंद और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, शिक्षा विभाग सहित अन्य सभी संबंधित विभागों की गुरूवार को देर शाम तक ड्रिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स (डीटीएफ) की बैठक हुई। बैठक में शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार तय हुआ कि कोविड नियंत्रण, टीकाकरण और नियमित टीकाकरण का संदेश देने और छूटे हुए लोगों की सूची बनाने के लिए हर घर दो-दो आशा कार्यकर्ताओं की टीम जाएगी। प्रत्येक पांच टीम की निगरानी एक पर्यवेक्षक करेंगे और हर घर स्टिकर चिपकाना होगा। जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण हो, कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज की उपलब्धि 75 फीसदी हो और जिन लोगों के टीकाकरण की रिपोर्टिंग न हो पाई हो उनकी रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि अभियान के दौरान प्रत्येक लक्षणयुक्त व्यक्ति को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाएगी और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण करवाने पर जोर रहेगा। गंभीर लक्षण वालों को लक्षणों के अनुसार अस्पताल में संदर्भित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करवाएगा। नौ गतिविधियों के बारे में कहा कि टीम के सदस्य हर घर पर जाएंगे और कोविड नियमों का पालन करते हुए कोरोना वायरस के संबंध में संक्षिप्त व उपयोगी जानकारी देंगे। टीम परिवार के सभी सदस्यों को कोरोना वायरस से बचाव के उपाय जैसे मास्क, शारीरिक दूरी, सुमन के विधि से हाथों की बार-बार स्वच्छता, साबुन पानी या सेनेटाइजर के इस्तेमाल के बारे में जानकारी देगी। टीम के लोग परिवार के सभी सदस्यों से कोविड के लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सूची बनाएंगे। दो साल से कम उम्र के बच्चों और नियमित टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों की सूचना प्राप्त कर सूची बनाएंगे। 60 वर्ष से अधिक आयु के कोविड टीकाकरण से छूटे हुए लोगों की सूचना प्राप्त कर सूची बनाएंगे। उपरोक्त गतिविधि के दौरान यदि कोई गंभीर लक्षण वाला व्यक्ति मिलता है, जैसे उसकी सांस फूल रही हो, पसली चले या आक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम हो तो इसकी जानकारी टीम तुरंत अपने पर्यवेक्षक को उपलब्ध कराएगी। 15-17 वर्ष के किशोरो-किशोरियों को चिन्हित कर उनका टीकाकरण करवाएंगे। कोविड टीकाकरण के द्वितीय डोज से वंचित लोगों का टीकाकरण करवाएंगे। जिन लोगों के टीकाकरण की रिपोर्टिंग नहीं हुई है उनकी रिपोर्टिंग करवाएंगे। सीएमओ ने बताया कि यह अभियान पल्स पोलियो माइक्रोप्लान की तर्ज पर चलेगा और लोगों को संदेश दिया जाएगा कि कोविड टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका लगने के बाद यदि कोविड संक्रमण होता भी है तो चिकित्सालय में भर्ती होने या रोग के गंभीर होने की संभावना लगभग नगण्य होती है। टीका लगवा कर न सिर्फ अपने आप को बल्कि पूरे परिवार को सुरक्षित करते हैं। सभी लोग कोविड टीका अवश्य लगवाएं।



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